रीसा लीला-१: वेंडी का बाल-परिलक्षण – 8
To read Part – 7, Click Here. ‘आ ‘ का तात्पर्य — विश्व दृष्टिकोण से प्रतिस्पर्धा: यद्दपि कृपाल का सिद्धांत ‘अ’ मुझे अनुमति देता है प्रतिरक्षा के लिए उन दृष्टिकोणों की विभिन्नता के विषय में, और, अतः, अभिलाषा है विद्द्वानों के विभिन्नता की, उनके ‘आ’ सिद्धांत कहते है कि ये विभिन्न दृष्टिकोण पूर्णत: कदापि सामंजस्य […]
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