कैसे ‘गांधार’ बना ‘कांधार’ – 2

Translation Credit: Vandana Mishra. To Read 1st Part, Click Here. जातिसंहार भाग २: ग़ज़नी का महमूद ग़ज़नविद राजवंश का स्थापक पूर्वी तुर्की दास था, जिसको ईरान के मुसलमान ग़ज़नी (कांधार के निकट एक नगर) का प्रबंधकर्ता मानते थे I उसके पुत्र महमूद ने (९९८-१०३० वर्षों तक) अपने साम्राज्य को भारत में विस्तृत किया I एक […]

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कैसे ‘गांधार’ बना ‘कांधार’ – 1

Translation Credit: Vandana Mishra. अफ़ग़ानिस्तान के महाकाव्य इतिहास का आरम्भ होता है, जब वह पुरातन भारत का, एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हुआ करता था, जिसका नाम ‘गांधार’ था I उसके कई नगरों में से जो सर्वाधिक बहुप्रचलित नगर हुआ करता था, वह वर्तमान युग का ‘कांधार’ था, जो तालिबान द्वारा कलंकित है I उस नगर का […]

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पारंपरिक ज्ञान प्रणाली – 3

Translation Credit: – Vandana Mishra To Read Second Part, Click Here. ज्ञान प्रेषक की भाँती शास्रविधियाँ: उत्तराँचल के दूरवर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणवासी एक कार्यक्रम आयोजित करते हैं जिसका नाम ‘जागर्स’ होता है, जिसमें जागरिए भेजते हैं डंगरिए को एक प्रकार के तन्मयावस्था में I डंगरिया तत्पश्चात आपकी सहायता करता है समस्या सुलझाने में, रोगों का […]

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पारंपरिक ज्ञान प्रणाली – 2

Translation Credit: – Vandana Mishra To Read First Part. Click here. विश्वीय विज्ञान में भारतीय योगदान सिविल अभियांत्रिकी: इंडस-सरस्वती सभ्यता विश्व की सर्व प्रथम सभ्यता थी जिसमें योजनाबद्ध नगर निर्माण किया गया था, भूमिगत जलनिकासी, सिविल आरोग्यशास्र,  द्रवचालित अभियांत्रिकी, एवं वातानुकूलित वास्तुकी इत्यादि वद्यमान थे I भट्टी में पकाये हुए ईंट सर्वप्रथम भारत में ही […]

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