वन और मरुस्थल की सभ्याता

Translation Credit: Vandana Mishra. मेरी नूतनकालीन पुस्तक, बीइंग डिफरेंट: पश्चिमी सार्वभौमिकता को एक भारतीय चुनौती (२०११, हार्पर कॉलिंस, भारत) में, मैंने चर्चा किया है कि, कैसे लगातार “अव्यवस्था” और “व्यवस्था” के बीच की शक्तियों में संतुलन एवं साम्यावस्था को स्थापित करने का प्रयास किया जाता है (अपेक्षाकृत, पूर्ण अव्यवस्था का विध्वंस) जो कि, पारगमनीय है […]

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पारंपरिक ज्ञान प्रणाली – 3

Translation Credit: – Vandana Mishra To Read Second Part, Click Here. ज्ञान प्रेषक की भाँती शास्रविधियाँ: उत्तराँचल के दूरवर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणवासी एक कार्यक्रम आयोजित करते हैं जिसका नाम ‘जागर्स’ होता है, जिसमें जागरिए भेजते हैं डंगरिए को एक प्रकार के तन्मयावस्था में I डंगरिया तत्पश्चात आपकी सहायता करता है समस्या सुलझाने में, रोगों का […]

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पारंपरिक ज्ञान प्रणाली – 2

Translation Credit: – Vandana Mishra To Read First Part. Click here. विश्वीय विज्ञान में भारतीय योगदान सिविल अभियांत्रिकी: इंडस-सरस्वती सभ्यता विश्व की सर्व प्रथम सभ्यता थी जिसमें योजनाबद्ध नगर निर्माण किया गया था, भूमिगत जलनिकासी, सिविल आरोग्यशास्र,  द्रवचालित अभियांत्रिकी, एवं वातानुकूलित वास्तुकी इत्यादि वद्यमान थे I भट्टी में पकाये हुए ईंट सर्वप्रथम भारत में ही […]

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पारंपरिक ज्ञान प्रणाली – 1

Translation Credit: – Vandana Mishra. ये अब मान्य हो रहा है कि, पश्चिमी मापदंड ही एक मात्र निर्देश चिह्न नहीं है जिनसे अन्य सांस्कृतिक ज्ञान का मूल्यांकन किया जाए I वैसे तो ‘परंपरिक’ शब्द कदाचित संकेतार्थ रूप से ‘आधुनकता-विरुद्ध’ होने का संकेत देता है, एक ‘अविकसित’ या ‘अप्रचलित’ प्रसंग, किन्तु कई पारम्परिक विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी […]

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बुद्धिजीवी और आरएसएस/मोहन भागवत

राजीव मल्होत्रा: मैं दो विषयों पर आपके विचार जानना चाहूँगा | एक है, हिंदुओं को अधिक बौद्धिक बनाना | और दूसरा है, बौद्धिकों को अधिक हिंदू बनाना | पहली स्थिति के लिए हमें खुला मन रखने वाले बौद्धिकों को ढूँढ़ना होगा | कई अच्छे हिंदू संघ के बारे में दोषपूर्ण धारणा रखते हैं | मेरे […]

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वन और रेगिस्तान की सभ्यताएँ

मैंने अपनी पुस्तक, ‘विभिन्नता: पश्चात्य सार्वभौमिकता को भारतीय चुनौती’, में चर्चा की है कि कैसे “अव्यवस्था” और “व्यवस्था” के बीच संतुलन एवं साम्यावस्था लाने का एक निरंतर प्रयास (न कि अव्यवस्था का संपूर्ण उन्मूलन) भारतीय दर्शन, कला, पाक-प्रणाली, संगीत एवं काम-विद्या को

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भारत के प्राचीन पुरातात्विक स्थान

14 जून २०१६ – राजीव मल्होत्रा जी का फेसबुक लाइव इवेंट नमस्ते भारतवासियों, मुझे वापस आकर बड़ी ख़ुशी हो रही है, और आज का विषय भी बड़ा रोचक है। इसका सम्बन्ध भारत की विरासत से जुड़ा हुआ है। आज हम चर्चा करेंगे भारत के उन प्राचीन शहरों, मंदिरों व अन्य मुख्य पुरातात्विक (archaeological) स्थानों की, […]

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