राजीव मल्होत्रा: नमस्ते ! मैं डॉ राजीव कुमार के साथ हूँ | अब हम भविष्य की दृष्टि के बारे में बात करने जा रहे हैं | पिछले कुछ वर्षों में बहुत कुछ सिद्ध किया गया है | अगले 5 वर्षों के लिए आपकी दृष्टि क्या है ?
राजीव कुमार: प्रधानमंत्री ने इसका सर्वश्रेष्ठ वर्णन किया है | अगले पांच वर्षों में एक नया भारत जन्म लेना चाहिए |
राजीव मल्होत्रा: ठीक है |
राजीव कुमार: एक नया भारत जिसमें छः स्वतंत्रताएं हैं | दरिद्रता, गन्दगी, जातिवाद, सांप्रदायिकता, आतंकवाद और पर्यावरण की अधोगति से स्वतंत्रता | यह बहुत सारगर्भित ढंग से दृष्टि समझाता है |
इसे प्रमाणित करने के लिए, आगे हमें जो चाहिए वह है कृषि के आधुनिकीकरण पर अधिक ध्यान | अब तक हमने कृषि के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया है, परन्तु किसान की आय पर नहीं | खाद्य उत्पादन में वृद्धि हुई है | परन्तु कई दशकों से किसानों का संकट अब तक जारी रहा है | हमें अपनी कृषि के आधुनिकीकरण और कृषि-प्रसंस्करण में जाने की आवश्यकता है | हमारे कृषि उत्पादन का केवल 6 -7% संसाधित होता है जबकि अमेरिका जैसे देशों में, यह 70% के आसपास है | तो कृषि प्रसंस्करण में एक बड़ी संभावना है |
इसके साथ-साथ लागत में कटौती, रासायनिक उर्वरकों और रासायनिक कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग पर रोक, भूमि की गुणवत्ता में सुधार, किसानों का वैश्विक बाजार से जुड़ाव, उचित आधारभूत संरचना, और वातानुकूलित भंडारण भी करना है |
कृषि उत्पादन की बर्बादी जो अब लगभग 20-25% है, कम की जा सकती है | दुग्ध उत्पादन, बागवानी और समुद्री उत्पादों पर भी यही लागू होता है | यह एक बड़ी बात है
राजीव मल्होत्रा: क्योंकि यह बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करती है |
राजीव कुमार: 60 करोड़ लोग | और हमें ऐसा करने की आवश्यकता है क्योंकि किसान किसी और के समान एक अच्छा जीवन पाने के योग्य हैं |
राजीव मल्होत्रा: अवश्य |
राजीव कुमार: एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम उज्ज्वला योजना है, जिसमें ग्रामीण परिवारों को खाना पकाने वाली गैस का कनेक्शन दिया जा रहा है | पिछले 4.5 वर्षों में 5.4 करोड़ परिवारों को अब तक यह दिया जा चुका है | बिजली अब देश के हर गांव में पहुंच गई है | अरुणाचल में सबसे अधिक दुर्गम स्थानों पर भी पहुंच गयी है | यह सुनिश्चित करता है कि ग्रामीण और नगरीय भारत के बीच कोई भेदभाव नहीं है | देहात और देहाती का यह विचार अवश्य जाना चाहिए |
राजीव मल्होत्रा: सही |
राजीव कुमार: यह एक बड़ा परिवर्तन है | दूसरा स्वास्थ्य है | क्योंकि भारत अब तक सार्वजनिक स्वास्थ्य पर पर्याप्त खर्च नहीं किया है | यह निरंतर दरिद्रता का एक बहुत बड़ा कारण रहा है क्योंकि प्रत्येक चिकित्सा आपातकाल कष्टप्रद है क्योंकि लोग फिर से दरिद्र हो जाते हैं | भारतीय स्वास्थ्य देखभाल पर लगभग 70% या उससे अधिक अपनी जेब से खर्च करते हैं | इसलिए प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना 50 करोड़ लोगों को लाभ देगी | हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारा द्वितीयक और तृतीयक स्वास्थ्य सम्मिलित हो और लोगों को बड़ी समस्या का सामना न करना पड़े और उनका ध्यान रखा जा सके | इसे निवारक स्वास्थ्य/प्राथमिक स्वास्थ्य और स्वच्छ भारत जैसे कार्यक्रम से जोड़ा जा सकता है |
राजीव मल्होत्रा: सही कहा |
राजीव कुमार: तो, यह सब एक बड़ा काम है | आगे बढ़ने में एक और बड़ी बात है कुपोषण के विरुद्ध इस लड़ाई को जीतना | मानव पूंजी हमारा मुख्य संसाधन है |
राजीव मल्होत्रा: सही |
राजीव कुमार: हमारी प्रतिस्पर्धी बढ़त | हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होनी चाहिए जहां हमारे 38% बच्चे कुपोषित हों और 50% महिलाओं को एनीमिया हो | हमें इससे भी निपटना होगा | तो, यह अगले पांच वर्षों के लिए है | मुझे आशा है कि हम इसे सिद्ध करेंगे | अंत में शिक्षा है |
राजीव मल्होत्रा: हाँ |
राजीव कुमार: विशेष रूप से शिक्षा की गुणवत्ता |
राजीव मल्होत्रा: और महिलाएं
राजीव कुमार: हाँ | शिक्षा की गुणवत्ता और महिलाओं की भागीदारी | साथ ही श्रम शक्ति में महिलाओं की भागीदारी भी जिसमें हमारे देश में गिरावट आ रही है | इसे उलट दिया जाना चाहिए | एक और कार्यक्रम जो आरम्भ हुआ है वह है हमारी नदियों को जोड़ना |
राजीव मल्होत्रा: हाँ |
राजीव कुमार: हम जल नियोजन द्वारा बेहतर ढंग से हमारी बाढ़ को नियंत्रित करने में सक्षम होंगे | अगला भौतिक आधारभूत संरचना है | रेलवे और ऊर्जा वितरण का आधुनिकीकरण |
राजीव मल्होत्रा: इसके लिए बहुत सारी पूंजी की आवश्यकता है | – हाँ, अगले दस वर्षों में भौतिक आधारभूत संरचना में एक ट्रिलियन डॉलर का निवेश | यह निवेश का अवसर भी है | अगले पांच वर्षों में सबसे बड़ी बात यह होगी कि हम दरिद्रता दूर करने की बात से समृद्धि प्राप्त करने की बात की ओर परिवर्तन कर चुके होंगे |
राजीव मल्होत्रा: आपको लगता है कि यह हो जाएगा |
राजीव कुमार: हाँ | मुझे लगता है कि दरिद्रता अब और लम्बे समय तक का विषय नहीं रहेगी |
राजीव मल्होत्रा: आवास भी ?
राजीव कुमार: हां ग्रामीण और नगरीय केंद्रों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ने अविश्वसनीय परिणाम सिद्ध किए हैं | हम अगले वर्ष के अंत तक ग्रामीण क्षेत्रों में 1 करोड़ इकाइयां लगाएंगे और नगरीय केंद्रों में 20 लाख | यह संख्या और आगे बढ़ेगी | यह पहले से ही प्रगति पर है, और आकांक्षा जैसा कुछ भी नहीं है | नीति आयोग इसकी निगरानी कर रहा है | प्रधानमंत्री प्रगति नामक कार्यक्रम के अंतर्गत मासिक रूप से उनकी जांच करते हैं | आवास, सड़क, और जलमार्ग हमारी प्राथमिकता है | हम क्षेत्रीय संयोजकता के लिए अगले पांच वर्षों में 100 नए हवाईअड्डे आरम्भ करने जा रहे हैं | पिछले पांच वर्षों से नागरिक उड्डयन प्रतिवर्ष 20% बढ़ रहा है |
राजीव मल्होत्रा: समाज के हर वर्ग तक पहुंचने वाले सभी मोर्चों पर विकास का यह बहुत व्यापक प्रयास है | क्या पृथकतावादियों या विदेशी गठजोड़ों की कोई विघटनकारी विरोधी शक्ति यहां काम कर रही है ? वे लोग जो भारत की सकारात्मक गाथा के अंग के रूप में स्वयं को नहीं देखना चाहते हैं | क्या ऐसी शक्तियों को नियंत्रित किया जा सकता है या वे हाथ से बाहर हो रहे हैं ?
राजीव कुमार: उन्हें नियंत्रित किया जा सकता है | वे अधिकारहीन हो रहे हैं |
राजीव मल्होत्रा: ठीक है |
राजीव कुमार: और बहुत तीव्र गति से | उनमें से कई इन प्रयासों और चेष्टाओं की व्यर्थता को समझते हैं क्योंकि भारत अब शेल के एक तेल टैंकर की भांति है | तो, छोटे छोटे बोल्ट के ये छोटे टुकड़े जैसे हैं |
राजीव मल्होत्रा: सफलता जितनी अधिक होगी उतनी अधिक संभावना है कि ये लोग मुख्यधारा में सम्मिलित होना चाहेंगे |
राजीव कुमार: पूर्ण रूप से | एक सबसे महत्वपूर्ण बात है हो रहे विकास को एक जन आंदोलन में परिवर्तित करना | अन्य उसके बाद हो जायेंगे |
राजीव मल्होत्रा: क्योंकि वे युवाओं की भर्ती करने में सक्षम नहीं होंगे जो इसके स्थान पर मुख्यधारा में सम्मिलित होंगे |
राजीव कुमार: पूर्ण रूप से | छत्तीसगढ़ जो नक्सलियों का गढ़ था, वहां हम जिस प्रकार की सफलता प्राप्त कर रहे हैं, वह अविश्वसनीय है | क्योंकि वहां के मुख्यमंत्री पूर्ण रूपेण विकास पर केंद्रित हैं | दुर्गम क्षेत्रों में राजमार्गों के निर्माण पर | लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, बिजली आदि पहुंचाने पर | उस राज्य में हमारे कुछ महत्वाकांक्षी जिले अद्भुत सफलता प्राप्त कर रहे हैं |
राजीव मल्होत्रा: अब तक हमने बाहरी विकास के बारे में बात की है | परन्तु एक आंतरिक विकास भी है | एचआरडी मानसिक स्तर पर केंद्रित है | परन्तु उससे भी गहरा एक आध्यात्मिक स्तर भी है | क्योंकि एक आंतरिक आधारभूत संरचना है | एक जनसँख्या जो उन व्यक्तियों से बनी है जो अपने अंतःकरण में बेहतर हैं चाहे ध्यान, योग, या अन्य अभ्यासों के माध्यम से, वे अधिक स्वस्थ, अधिक रचनात्मक, और एक दूसरे के अधिक सहायक होते हैं | उस प्रकार के विकास का क्या ? क्या किया जा रहा है ?
राजीव कुमार: अभी तक पर्याप्त नहीं | मेरी आकांक्षा है कि हम इस संबंध में और अधिक कर सकते | मुझे पता है कि यह आपके अनुरागों में से एक है | हम एकीकृत दवा की प्रणाली के निर्माण की दिशा में पहला कदम उठा सकते हैं |
राजीव मल्होत्रा: हाँ
राजीव कुमार: हमारी पारंपरिक प्रणाली का आधुनिक प्रथाओं के साथ एकीकरण | जैसा कि आपने कहा था, आंतरिक स्वास्थ्य कभी-कभी अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह हमारे भौतिक और बाहरी स्वास्थ्य को प्रभावित और नियंत्रित करता है | और यदि हम सूक्ष्म स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते हैं तो आप अन्य स्तरों पर भी प्राप्त कर लेंगे | प्रधानमंत्री ने जब से योग को अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड बनाया और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आरम्भ किया है तब से इसके बारे में पर्याप्त बातचीत हुई है |
राजीव मल्होत्रा: हाँ |
राजीव कुमार: यह सब अब हमारे आधुनिक भारतीय समाज में पहले से कहीं अधिक स्वीकार किया जाता है |
राजीव मल्होत्रा: हाँ |
राजीव कुमार: मैं किसी भी आध्यात्मिक अभ्यास को छिपाने की चुनौती के साथ बड़ा हुआ |
राजीव मल्होत्रा: हाँ | मैं भी |
राजीव कुमार: यह इस योग्य नहीं था कि इसके बारे में बात किया जाए | सब कुछ परिवर्तित हो गया है |
राजीव मल्होत्रा: यह एक औपनिवेशिक अवशेष है जिससे हमें छुटकारा पाना है |
राजीव कुमार: एकमात्र संकट जिससे बचना है वह यह कि यह हथिया नहीं लिया जाए…
राजीव मल्होत्रा: कट्टरपंथ द्वारा |
राजीव कुमार: कट्टरपंथ और पुनरुत्थान-वाद द्वारा | क्योंकि तब कुछ भी सिद्ध नहीं होता है |
राजीव मल्होत्रा: हाँ |
राजीव कुमार: तो, हमें वह संतुलन रखना होगा |
राजीव मल्होत्रा: और यह विज्ञान आधारित होना चाहिए | क्योंकि विश्व के नए वैज्ञानिक प्रतिमान आध्यात्मिकता के महत्व की सराहना कर रहे हैं | तो, आध्यात्मिक आधारभूत संरचना भविष्य की चर्चा के लिए बहुत महत्वपूर्ण विचार है |
राजीव कुमार: यह ऐसा विचार है जिसपर हमें विस्तार से चर्चा करनी चाहिए | कि यह कैसे कल्याण और अच्छा जीवन प्राप्त करने का अभिन्न अंग है जिसका कोई विकल्प नहीं है |
राजीव मल्होत्रा: हाँ | राजीव आपकी एक बहुत ही रोचक और असंकीर्ण पृष्ठभूमि है, जो कई सिराओं को एक साथ लाती है | आपकी आध्यात्मिक यात्रा भी बहुत महत्वपूर्ण है | मैं भविष्य में निश्चित रूप से आना और इसके बारे में बात करना चाहूँगा |
राजीव कुमार: अवश्य !